गौशाला संवर्धन कार्यक्रम :- निगम के गौशाला संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य की गौशालाओं / गौवंश पालित डेयरियों को निगम के सहयोगी गौशाला दर्शन पोर्टल पर पंजीयन कर जोड़ा जाएगा। गौशाला संवर्धन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गौशालाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जो गौशालाएं गौवंश पालित डेयरियां गौशाला दर्शन पोर्टल पर पंजीकृत होगी, उन सभी में निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे |
- गोबर गैस सयंत्र की स्थापना इसके अंतर्गत गौशाला की गायों के गोबर से गोबर गैस का उत्पादन किया जाएगा तथा साथ ही आसपास के क्षेत्र के पशुपालकों से भी निगम द्वारा उचित दर पर गोबर खरीदा जाएगा गोबर गैस सयंत्र से बनने वाली गोबर गैस व बची हुई खाद को बिक्री कर गौशालाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी
- गायों के गोबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार करना इस कार्यक्रम के अंतर्गत गौशालाओं में गायों के गोबर से विभिन्न उत्पाद जैसे दीपक, गमले, धूप अगरबत्ती, कलर पेंट तथा ईंट आदि जैसे उत्पादों को तैयार किया जाएगा। इन उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री की व्यवस्था भी शुरू की जाएगी |
- गौशालाओं के लिए अनुदान की व्यवस्था जो गौशालाएं आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है उनके लिए निगम द्वारा अनुदान की व्यवस्था भी की जाएगी |
- निगम के उच्च गुणवत्ता वाले फीड सप्लीमेंट का प्रचार प्रसार इसके अंतर्गत निगम द्वारा निर्मित निर्मित उच्च गुणवत्ता के फीड सप्लीमेंट कैल्शियम व पशु आहार को गौशाला व आसपास के क्षेत्र में प्रचार प्रसार कर बिक्री की जाएगी। उच्च गुणवत्ता वाली फीड सप्लीमेंट व कैल्शियम से गायों के दूध उत्पादन में वृद्धि होगी।